मुझे समझ नहीं आता कि हम, अपनी इन भूल का प्रायश्चित कैसे करें? मुझे समझ नहीं आता कि हम, अपनी इन भूल का प्रायश्चित कैसे करें?
अब तक यह स्कूल अपने विज्ञापनों में मुझे आगे करने लगा था अब तक यह स्कूल अपने विज्ञापनों में मुझे आगे करने लगा था
पत्नी की मुँह से पहली बार इतनी तेज आवाज सुनकर पति भौंचक रह गया। पत्नी की मुँह से पहली बार इतनी तेज आवाज सुनकर पति भौंचक रह गया।
कुछ दिन बाद राधा के आत्महत्या की खबर थी अखबार में। कुछ दिन बाद राधा के आत्महत्या की खबर थी अखबार में।
नहीं -नहीं देश में इतनी हिंसा हो रही है कोई तो वजह होगी। नहीं -नहीं देश में इतनी हिंसा हो रही है कोई तो वजह होगी।
इसी दामन को नारी परचम बनाकर उन्नति और प्रगति के नए आयाम गढ़ती है। इसी दामन को नारी परचम बनाकर उन्नति और प्रगति के नए आयाम गढ़ती है।